Rohtasgarh fort Bihar: रख-रखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील होने के कगार पर है रोहतास गढ़ का किला

Rohtasgarh fort, Bihar, India: प्रखंड क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी पर स्थित ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किला रखरखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील होने के कगार की ओर अग्रसर हो रहा है। रोहतासगढ़ का किला बिहार ही नहीं बल्कि देश में प्राचीन धरोहर के रूप में खड़ी है वही अपने साथ कितनी समय अंतराल में होने वाली घटनाओं को समेटे हुए प्रतीत होती है। रोहतास गढ़ किला को सत्य हरिश्चंद्र के बेटे रोहित ने बनवाया था। कालांतर में यह किला खरवार राजाओं, मुगल राजाओं सहित अन्य राजाओं के अधीन में गया तथा अंग्रेजों ने भी इस किले को अपने शासनकाल में इस्तेमाल किया। ज्ञात हो कि रोहतासगढ़ का ऐतिहासिक धरोहर पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन संरक्षित है, क्योंकि इसकी सीढ़ियां, इसकी छते, इसके छज्जे, इसकी चाहरदीवारी रखरखाव एवं अंतिम के अभाव में टूट टूट कर गिर रही है और खंडहर में तब्दील हो रही है।
पर्यटन की दृष्टि से रखता है विशेष महत्व
अंदर भवन की छत के ऊपर एवं दीवारों पर बड़ी-बड़ी घास भी हो उग गई है। जिससे किले की सुंदरता को धूमिल करती प्रतीत होती है। इसमें घास फूस और कहीं-कहीं की छत के छज्जे टूट कर गिरी जो कि आने वाले भविष्य में संकेत देती है कि इसी तरह किले का नजर अंदाज किया गया तो यह अतीत के पन्नों में सिमट जाएगी और एक ऐतिहासिक धरोहर धीरे-धीरे गुम हो जाएगी।
धीरे-धीरे खाेता जा रहा अपना अस्तित्व
वही नए बोर्ड लगवाने हेतु स्थानीय समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा विभाग से मांग की गई, परंतु नई बोर्ड नहीं स्थापित की गई। जिससे के किले की इतिहास के बारे में पर्यटक लोग को जानकारियां प्राप्त हो। जबकि इसके निगरानी के लिए स्थानीय लोगों को रखा गया है जो की किले की सुरक्षा में तत्पर रहते हैं। साफ सफाई एवं रखरखाव की दृष्टि से किला अपने आप अस्तित्व खोता प्रतीत हो रहा है।