Begusarai News : 12वीं के बाद बनना चाहते हैं मोबाइल इंजीनियर तो आइए यहां, नि:शुल्क मिलेगा प्रशिक्षण

बेगूसराय. इस आधुनिक दौर में मोबाइल जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है. मोबाइल के बिना लोगों की जिंदगी बिन पानी मछली की तरह हो गई है. मोबाइल एक-दूसरे को जोड़ने का आसान जरिया है. हर व्यक्ति किसी न किसी तरह मोबाइल से जुड़ा है. हालांकि मोबाइल का व्यापक बाजार रहने से यह रोजगार का भी बड़ा साधन बन गया. इससे जुड़कर अच्छी कमाई की जा सकती है.
मोबाइल को साफ्टवेयर और हार्डवेयर चलता है. इसका प्रशिक्षण लेकर युवा अच्छी कमाई भी कर सकते हैं. बेगूसराय में इंटर पास बेरोजगारों के पास मोबाइल इंजीनियर बनने का मौका है. इसके लिए मुफ्त में प्रशिक्षण दिया जा रहा. यह प्रशिक्षण बेगूसराय में यूको आरसेटी मुहैया करा रहा है. महज 30 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के जानकार बन जाएंगे और खुद का रोजगार चालू करने के काबिल हो जाएंगे.
फ्री में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर इंजीनियरिंग का मिल रहा प्रशिक्षण
यूको आरसेटी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास करते रहता है. इसी कड़ी में मोबाइल इंजीनियर बनने के लिए 30 दिनों का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि बेगूसराय जिला के लीड बैंक में से एक यूको बैंक के द्वारा बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण नि:शुल्क दे रहा है.
यहां पर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों तरीके का प्रशिक्षण दिया जाता है. ट्रेनिंग पाने वाले युवा किसी भी बड़े ब्रांड के सर्विस सेंटर में या खुद का दुकान खोल लोगों को रोजगार भी दे सकते हैं. यूको बैंक प्रशिक्षण के बाद युवाओं को प्रशिक्षण सर्टिफिकेट के आधार पर लोन भी उपलब्ध कराता है.
अधिक से अधिक युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य
प्रशिक्षण ले रहे इंटर पास युवा राजा कुमार ने बताया इस प्रशिक्षण के बाद हम इस्टैबलिश्ड हो जाएंगे. मोबाइल रिपेयरिंग कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते हैं. वहीं मो. इकरार ने बताया कि पहले से ही मोबाइल इंजीनियर बनने का शौक था. इस प्रशिक्षण से सपना पूरा हो जाएगा. यूको आरसेटी भी पहुंचना बेहद आसान है.
बेगूसराय जिला मुख्यालय से रोसरा जाने वाली सड़क एसएच-55 पर बाएं साइड में बेगूसराय सदर प्रखंड से महज 500 मीटर कि दूरी पर यूको आरसेटी केंद्र स्थित है. यहां के वरीय अधिकारी ममता कुमारी बताती हैं कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास करते रहते हैं. जितना अधिक से अधिक युवा आ सकते हैं आए, उन्हें प्रशिक्षण देने का किया जाएगा.