स्कूल आने से पहले सलामती की दुआएं मांगते हैं बच्चे:जर्जर हो चुका है बेगूसराय का उच्च विद्यालय सिंहमा, 2020 में तो बाल-बाल बचे थे स्टूडेंट्स

बेगूसराय में एक ऐसा स्कूल है, जहां जाने से पहले बच्चे मंदिर में प्रार्थना करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि विद्यालय का भवन इतना जर्जर है कि छात्रों और शिक्षकों को हमेशा डर रहता है कि कब स्कूल का भवन गिर जाए। पूरा मामला मटिहानी प्रखंड के राजकीय कृत उच्च विद्यालय सिंहमा का है। विद्यालय 1971 में सामाजिक स्तर पर चंदा कर स्थापित की गई थी और बिहार सरकार द्वारा 1978 में इस विधालय को स्वीकृति दी गई थी। वहीं 2020 दिसंबर में छत का बड़ा सा हिस्सा सीढ़ी पर गिर गया था। इस दौरान बच्चे बाल-बाल बचे थे। इससे पहले भी 2019 के नवंबर महीने में मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के शाम्हो प्लस टू विद्यालय के भवन की सीढ़ी गिरने से एक छात्रा की मौत और पांच स्टूडेंट्स जख्मी हो गए थे।
स्कूल में पढ़ने से डरते हैं बच्चे
स्कूल में कई वर्षों से जर्जर बना हुआ है। क्लास रूम के अंदर छत टूट कर गिरने लगा है। कई जगह दीवारों में दरार है, तो कई जगह टूट-टूटकर दीवार गिर रहा है। छात्र-छात्राएं इस स्कूल में पढ़ने जाने से डरते हैं। जगह-जगह छत क्षतिग्रस्त है। बच्चे अनहोनी का शिकार ना हो जाए, इस वजह से स्कूल में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राएं स्कूल परिसर में बने मंदिर में भगवान से प्रार्थना कर अपनी सलामती की दुआ मांग स्कूल में दाखिल होते हैं।
बड़े नेता भी दे चुके हैं आश्वासन
स्कूल भवन के जर्जर होने का डर सिर्फ छात्र-छात्राओं को नहीं है। शिक्षक भी हमेशा डरे सहमें स्कूल में पठन-पाठन कराते हैं। शिक्षकों ने बताया कि भवन काफी पुराना है और लगातार जर्जर होता जा रहा है। कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन इस पर शिक्षा विभाग और सरकार का कोई ध्यान नहीं है। विद्यालय की प्रभारी कुमारी अभिलाषा ने बताया कि बच्चों के मन में भय है कि कहीं बिल्डिंग गिर ना जाए।
प्रतिदिन स्कूल में प्रवेश करने से पहले मंदिर में प्रार्थना करते हैं बच्चे
विद्यालय से वापस हम सुरक्षित लौट सके इसलिए बच्चे प्रार्थना कर विद्यालय आते हैं। वहीं प्रभारी ने बताया कि कई बार हम विभाग को लिखित सूचना दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस विद्यालय में कई नेता पहुंचकर सिर्फ आश्वासन देकर चले आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जदयू के मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह, दरभंगा स्नातक क्षेत्र के एमएलसी सर्वेश कुमार सहित अन्य नेता भी आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
बच्चे हमलोग से शिकायत करते हैं, कि देखिए मैडम यहां छत गिर गया है। 2020 दिसंबर में छत का बड़ा सा हिस्सा सीढ़ी पर गिर गया था। इस दौरान बच्चे बाल-बाल बचे थे। इसके बाद जब विजिट पर BEO, CO आए थे तो बच्चों ने विरोध किया था, जिसके बाद अधिकारियों ने आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।