Sexual harassment: पहलवानों की शिकायत पर पुलिस की 7 महिला अधिकारियों को जांच की कमान, विदेश तक छानबीन का दायरा

रेसलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्लूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए गठित निरीक्षण समिति ने दिल्ली को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में समिति किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। लेकिन इस रिपोर्ट को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ शुक्रवार को जो दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज की गई, उसके मुताबिक डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के दौरान भी उनका उत्पीड़न किया है।
विदेश तक जा सकता है जांच का दायरा
ऐसे में दिल्ली पुलिस की जांच दायरा विदेश तक भी जा सकता है, जहां पीड़ित रेसलर के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। वहीं भारत के हर उस राज्य में भी पुलिस जा सकती है, जहां पर उत्पीड़न होने की बात सामने आई है।
सात महिला अधिकारी जुटीं जांच में
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक 7 महिला अधिकारियों को मामले की जांच में लगाया गया है। ये अधिकारी एक एसीपी को रिपोर्ट करेंगी और फिर एसीपी इस बारे में डीसीपी डीसीपी को रिपोर्ट करेंगे। सूत्रों ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के लिए नई दिल्ली जिले के करीब 10 इंस्पेक्टरों को थाने में बुलाया गया था। इसके बाद दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। एफआईआर दर्ज करने से पहले दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने अधिकारियों को बुलाकर मीटिंग ली थी।
जल्द बयान दर्ज कराएगी पुलिस
वहीं इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कहा कि वह जल्द ही पीड़ितों के बयान दर्ज करेगी। जरूरत पड़ी तो कुछ मामलों में 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने भी बयान दर्ज कराए जाएंगे।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो FIR
महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की। इस एफआईआर की एक कॉपी पहलवानों को दी गई है जबकि पॉक्सो के तहत दर्ज एफआईआर की कॉपी पहलवानों को नहीं दी गई है, क्योंकि यह सिर्फ पीड़ित परिवार को दी जाएगी। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 354, 354(ए), 354 (डी) और 34 के तहत एक एफआईआर दर्ज की है।
एक नाबालिग समेत 7 ने की शिकायत
एक नाबालिग समेत कुल सात खिलाड़ियों ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ दिल्ली पुलिस से शिकायत की है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृज भूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग करने वाली पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया। अदालत ने कहा कि भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों की याचिका में गंभीर आरोप हैं।
पहली एफआईआर नाबालिग से जुड़ी
पुलिस के मुताबिक, पहली एफआईआर एक नाबालिग पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है। यह पॉक्सो अधिनियम के तहत आईपीसी की संबंधित धाराओं के साथ दर्ज की गई है। वहीं दूसरी एफआईआर यौन उत्पीड़न से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है। पहलवानों ने 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद, जंतर-मंतर पर अपना धरना शुरू कर दिया था। शिकायत में कहा गया है कि एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों को बृजभूषण ने परेशान किया और उनका उत्पीड़न किया।
क्या कहा स्टार पहलवानों ने...
टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगट और साक्षी मलिक जैसे स्टार पहलवानों ने शुक्रवार को कहा कि वे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे, जब तक कि उन्हें सलाखों के पीछे नहीं भेज दिया जाता। धरने पर बैठे पहलवानों में विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और कई अन्य शामिल हैं।