छौड़ाही में बिना पंजीयन कराए अवैध रूप से संचालित हो रहे क्लिनिक व नर्सिंग होम

स्वास्थ्य विभाग मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम के विरूद्ध कार्रवाई का लाख दावा कर रही है। किन्तु छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों से अधिक गैर पंजीकृत अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम सरकारी निर्देशों की जमकर अवहेलना कर रहे हैं।
जिससे आमजनों के जीवन से रोज खिलवाड़ किया जा रहा है बल्कि गरीब-मजलूम मरीज आर्थिक दोहन का शिकार हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस गोरखधंधे में स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन की भी मिलीभगत है जिनकी सांठ-गांठ से अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम धड़ल्ले से संचालित किया जा रहा है।
बोले सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार ने भी माना कि सभी जगह बिना पंजीकरण के क्लिनिक व नर्सिंग होम चलाए जा रहे हैं। जब कभी कार्रवाई की जाती है तब स्थानीय नेता व बुद्धिजीवियों की सिफारिश व प्रेशर आने लगता है। जहां तक स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन की मिलीभगत है तो लिखित शिकायत मिलने पर जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आशा व ममता क्लिनिक तक पहुंचाते हैं मरीज सूत्रों की मानें तो प्रखंड क्षेत्र के पतला चौक, चौफेर चौक, सिहमा, छौड़ाही, बखड्डा, एकंबा, ऐजनी, मालपुर, सावंत, नारायणपीपर आदि पंचायतों में चप्पे-चप्पे पर दर्जनाधिक ऐसे क्लिनिक व नर्सिंग होम संचालित हैं। जिनके संचालकों की सांठगांठ पीएचसी स्वास्थ्य प्रशासन के आला अफसर से लेकर आशा व ममता कार्यकर्ताओं से है। इस फेहरिस्त में पीएचसी के कुछ चिकित्सकों का भी नाम शामिल है जो स्वयं अपनी क्लिनिक संचालित कर रहे हैं और आतुर रोगी को बहला फुसलाकर अपने या दूसरे क्लिनिक तथा नर्सिंग होम तक भेज रहे हैं। जहां इनके द्वारा मजनूम और परेशान रोगी का जान से खिलवाड़ कर जांच, उपचार एवं दवा के नाम पर मोटी रकम ऐंठ लिया जाता है। कभी-कभार तो इन अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम में गलत उपचार के कारण परिजनों का हंगामा भी होता है।
तब जाकर स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी पहुंचते हैं लेकिन इनके संचालकों से सांठगांठ एवं सुविधा शुल्क प्राप्त कर कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं करते हैं। घटना के बाद संबंधित क्लिनिक तथा नर्सिंग होम कुछ माह बाद बंद हो जाता है और पुनः वही गोरखधंधा आरंभ हो जाता है। समय रहते प्रखंड क्षेत्र में संचालित इन अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई तो राजस्व चोरी की बड़ी कलई खुलेगी। साथ ही कई फर्जी चिकित्सकों के गोरखधंधे का भी पर्दाफाश होगा।