Begusarai News: मानसून की पहली झमाझम से खेतों में पानी भरने से खिल उठे किसानों के चेहरे

मानसून की पहली झमाझम बारिश से विगत एक माह से प्रचंड गर्मी के थपेड़ों से आम जनों ने जहां राहत महसूस किया है, वहीं अन्नदाता किसानों का चेहरे खिल उठे हैं। आज तक साधन हीन किसान जिनके पास अपना ट्यूबेल नहीं था वैसे तमाम किसान जो मानसून पर खेती के लिए आधारित हैं, उन किसानों ने अब तक एक छटांक भी धान का बिचड़ा नहीं गिराया था। प्रचंड गर्मी को देखकर किसान ने बुआई नहीं किया था वो किसान धान की बिचड़ा गिराने में जुट गए है ।
गुरुवार को मानसून की पहली झमाझम बारिश से जहां लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिला है। वहीं खेतों में पानी भरने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। मानसून के दस्तक देते ही कुछ किसान जिन्होंने अबतक धान की नर्सरी नहीं लगाया धान का बीज खरीदने दुकानों की ओर रुख कर लिए । जिससे खाद बीज के दुकानों पर किसानों की भीड़ जुट गई। प्रखंड मुख्यालय में आधा दर्जन खाद बीज की दुकान हैं। प्रायः सभी दुकानों पर धान का बीज खरीदने के लिए किसानों की भीड़ देखी गई ।
धान की नर्सरी को मिला फायदा किसान विभिन्न प्रदेशों के धान का बीज खरीद रहे हैं। जिन किसानों ने निजी संसाधन से पानी पटवन कर धान की नर्सरी लगा चुके थे, वे अब धान का बिचड़ा उखाड़कर धान रोपने की तैयारी में जुट चुके हैं । यह बारिश किसानों के लिए संजीवनी बूटी से कम नहींं है। बारिश नहीं होने के कारण किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई थी। इस बारिश से किसानों के चेहरे पर पुनः रौनक लौट आई है। पिछले कई दिनों से किसान बारिश का आस लगाए बैठे थे, बारिश न होने से खेतों में दरार पड़ रही थी। कुछ किसान जिन्होंने अपने निजी संस्थानों से धान की नर्सरी लगाए थे, उसे बचाने की कवायद में लगे थे।
कहते हैं खाद बीज दुकानदार प्रखंड मुख्यालय स्थित मुकुंद ट्रेडर्स के प्रोपराइटर कंचन कुमार ने बताया कि पायोनियर 27 पी 37 तथा 27 एपी3120 जो हाइब्रिड है। किसान इसे हाथों हाथ ले रहे हैं। इसके अलावा सबौर श्री, राजेंद्र मंसूरी, राजेंद्र भगवती, सबौर सूरभी, इसके अलावा बिहार सरकार द्वारा अनुदानित दर पर मुख्यमंत्री तीव्र बीज विकास योजना से प्रखंड के प्रत्येक राजस्व ग्राम से 2 किसानों को 90% अनुदानित दर पर धान का बीज सबौर श्री, राजेंद्र मंसूरी, 50% अनुदानित दर पर अथवा अधिकतम ₹20 किलो दोनों में से जो अधिक हो के अनुदानित मूल्य पर किसानों को बेचा जा रहा है। कृषक सलाहकार और कृषक समन्वय के हड़ताल पर रहने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आज बीज विक्रेताओं को ही इसमें सहयोग करने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा द्वारा बैठक कर किसानों को अनुदानित दर पर सरकारी बीज देने का निर्देश दिया गया है।