Begusarai News: आशा व एम्बुलेंस कर्मी की हड़ताल से संस्थागत प्रसव में कमी

खोदावंदपुर: विभिन्न मांगों के समर्थन में आशा एवं एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल में रहने के कारण संस्थागत प्रसव में काफी कमी आई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावंदपुर में आशा की हड़ताल से पूर्व औसतन आठ से दस प्रसव कराया जाता था।
जो घटकर चार पांच प्रसव पर आ गया है। बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर किया जाने वाला नियमित कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। नौनिहालों की उपस्थिति भी कम हो गयी है। ऐसा इसलिए कि आंगनबाड़ी सेंटर पर प्रतिरक्षण के लिए नौनिहालों को सेंटर पर लाने का काम आशा ही करती है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम और फाइलेरिया जांच कार्यक्रम में भी कमी देखी जा रही है। एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल पर रहने के कारण प्रसव कराने के लिए लोग भाड़े की ऑटो अथवा ठेला से हॉस्पिटल आते और जाते हैं। बावजूद हड़ताल समाप्त करने में कहीं से प्रयास नहीं दिख रहा है।
सोमवार को छठे दिन भी आशा एम्बुलेंस कर्मियों का हड़ताल जारी रहा।
आशा फैसिलेटर्स अवनिशा कुमारी, सुनीता कुमारी, रेणु कुमारी, पूजा कुमारी, सुधा कुमारी, नीलम कुमारी, उषा कुमारी, बबिता कुमारी सहित अन्य आशा ने मासिक मानदेय दस हजार करने, स्थाई सरकारी कर्मचारी घोषित करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सीएचसी खोदावंदपुर में धरना दिया।