बिहार में रिकॉर्डतोड़ गर्मी! हीट वेव की चपेट में कई शहर, स्कूलों के लिए आदेश जारी; इस दिन से राहत की उम्मीद

राजधानी समेत प्रदेश में मंगलवार को भीषण गर्मी व (हीट वेव) लू के कारण लोग पूरे दिन परेशान रहे। प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश दक्षिणी भागों, उत्तर पूर्व, उत्तर मध्य भागों में लू का प्रभाव बना रहेगा। इस दौरान पछुआ की गति 10-20 किमी प्रतिघंटा व झोंके के साथ 30 किमी प्रतिघंटा रहेगी।
आने वाले दो से तीन दिनों बाद तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। मौसम विभाग की मानें तो 48 घंटों के बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। पटना, भागलपुर, वाल्मीकिनगर, सबौर, डेहरी, जमुई, भोजपुर, वैशाली, बांका, कटिहार, नवादा, हरनौत, अररिया व सहरसा के अगवानपुर, सुपौल, फारबिसगंज, मोतिहारी व शेखपुरा में बुधवार को दिनभर लू चलने की संभावना है।
मंगलवार को पटना समेत 23 शहरों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। दोपहर में आम दिनों की तुलना में सड़कों पर भीड़ थाेड़ी कम देखने को मिली। लू के कारण लोग पेड़ की छांव व घरों में दुबके रहे। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पटना समेत प्रदेश के 13 शहर लू की चपेट में रहे। पटना में अप्रैल महीने का सबसे अधिक गर्म दिन 44.1 डिग्री सेल्सियस के साथ दर्ज किया गया। वहीं 44.4 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
स्कूलों में 10.45 बजे तक होगी पढ़ाई
राजधानी सहित पटना जिले में बुधवार से सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 10.45 बजे तक छुट्टी हो जाएगी। मंगलवार को पटना का तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के कारण जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने बच्चों की सेहत पर गर्मी का प्रतिकूल प्रभाव से बचाव के लिए आदेश जारी कर दिया है।
दोपहर में छुट्टी के बाद सड़क पर अभिभावक के साथ बच्चों की परेशानी
आंगनबाड़ी केंद्र और प्री-स्कूल भी 10.45 बजे तक ही खुले रहेंगे। जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्ती से आदेश का अनुपालन कराने का निर्देश दिया है।
मुजफ्फरपुर में गर्मी ने तोड़ा 13 साल का रिकॉर्ड
मुजफ्फरपुर की बात करें तो यहां 13 वर्षों में 18 अप्रैल सर्वाधिक गर्म रहा। 2012 में 18 अप्रैल को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, पटना में इस बार अप्रैल का सर्वाधिक अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री ऊपर चढ़ने के साथ मंगलवार को 44.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके पहले 26 अप्रैल, 1980 को पटना का तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
तेज धुप से बचने के लिए चेहरा को गमछे से ढक कर जाते लोग
मौसम विभाग ने लोगों के मोबाइल पर टेक्सट मैसेज भेज दिन में चार घंटे लू चलने और इस दौरान बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। मौसम विज्ञानी आशीष कुमार बताते हैं कि तापमान में अत्यधिक वृद्धि का कारण राजस्थान से आ रही गर्म पछुआ हवा, पश्चिमी विक्षोभ का बनना, आर्द्रता में कमी, बादल न बनने के साथ सूर्य की रोशनी सीधे पड़ने से हो रही है।