Simariya: बेगूसराय के दिनकर सीढ़ी घाट का अगस्त में होगा लोकार्पण:बिहार सरकार ने 115 करोड़ की लागत से शुरू करवाया कार्य, केंद्र की योजना भी शामिल

Simariya Ganga Ghat: बेगूसराय ही नहीं बिहार के प्रसिद्ध गंगा घाटों में शामिल सिमरिया गंगा घाट का लंबे अरसे के बाद विकास शुरू हुआ है। यहां घाटों पर सीढ़ी घाट रिवरफ्रंट और मोक्ष धाम सहित कई चीजों का निर्माण कराया जा रहा है। सिमरिया धाम में जहां पिछले महीने बिहार सरकार के मुख्यमंत्री ने 115 करोड़ की लागत से सीढ़ी घाट और रिवरफ्रंट बनने वाले कार्य का शिलान्यास किया।
वहीं केंद्र सरकार के नमामि गंगे परियोजना के तहत बनाया जा रहा सीढ़ी घाट अब बनकर तैयार होने वाला है। राज्य सरकार के प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू हो गया है। सीएम के शिलान्यास के बाद स्थानीय अधिकारी से लेकर जल संसाधन विभाग के सचिव और मंत्री यहां का दौरा कर चुके हैं।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि अगले 1 साल में इसका निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाए। वहीं केंद्र सरकार के द्वारा बनाया जा रहा सीढ़ी घाट का 70 से 80 फीसदी काम पूरा हो गया है। निर्माण कार्य में लगे इंजीनियर का दावा है कि बाढ़ नहीं आए तो अगस्त तक में यह पूरा कार्य समाप्त कर इसका लोकार्पण कर दिया जाएगा। इस सीढ़ी घाट का नाम दिनकर गंगा घाट रखा गया है।
8 करोड़ की लागत से बन रहा है सीढ़ी घाट
लगभग 8 करोड़ की लागत से केंद्र सरकार की योजना के द्वारा दिनकर घाट का 63× 25 मीटर लम्बाई चौड़ाई पर यहां काम किया जा रहा है। नमामि गंगे परियोजना एबीसीसी लिमिटेड से सीढ़ी घाट का निर्माण कराया जा रहा है।
इसकी देखरेख नमामि गंगे से ही होगी। जनवरी 2023 से काम चल रहा है। अगस्त में फायनल होने की उम्मीद है। साइट इंचार्ज अजित कुमार सिंह ने बताया कि जरूरत के अनुसार यहां 24 घण्टे भी काम किया जाता है। हर हाल में अगस्त माह तक इसका लोकार्पण किया जाना है।
राज्य सरकार के द्वारा 115 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है यह सब होगा निर्माण
जल संसाधन विभाग का कहना है कि एक वर्ष में सीढ़ी घाट निर्माण कार्य एवं सौंदर्यीकरण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।गंगा नदी में पानी आने से पहले तक सीढ़ी निर्माण कार्य चलेगा। गंगा नदी में पानी आ जाने के दौरान ऊपर पर तीन चेंजिंग रूम, तीन हाईमास्ट लाइट, दस मंडप, तीन वॉच टावर, पार्किंग स्थल, बैठने की व्यवस्था, पार्क, पौधारोपण, कल्पवास मेला क्षेत्र में मिट्टी भराई सहित अन्य विकास कार्य किए जाएंगे। कहा कि दो माह के भीतर 550 मीटर सीढ़ी निर्माण कार्य को लेकर सिमरिया गंगा नदी में 16 मीटर सीट पाइल किया जाएगा। उसके बाद सीढ़ी निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। ताकि गंगा नदी में बाढ़ के दौरान सीढ़ी में कटाव नहीं हो।