बेगूसराय में चाची को भतीजे से हुई मोहब्बत, पति और दो बच्चियों को छोड़कर हुई मंदिर में रचाई शादी

BEGUSARAI NEWS : कहते हैं की प्यार अंधा होता है। जब हो जाए तो यह ऊँच नीच, जाति पाति, धनी गरीब और रिश्तों की दीवार का मुंहताज नहीं रह जाता। ऐसा ही नजारा जिले के मंसूरचक में देखने को मिला है। जहाँ प्रेमी के इश्क में एक महिला इतनी चूर हो गई कि उसे न तो अपने पति का होश रहा और न ही अपने बच्चों का।
मंडप के नीचे सात जन्मों का साथ निभाने वाली महिला को प्रेमी की मोहब्बत के आगे पति का प्यार फीका लगने लगा था। खुद के बच्चों में भी महिला को कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही थी। देखते ही देखते यह प्यार परवान चढ़ने लगा। एक दिन महिला ने अपने पति और चार साल की बच्ची मानवी को भी छोड़ने का फैसला कर लिया।
बता दें की पांच छह साल पहले मंसूरचक प्रखंड के मकदमपुर वार्ड संख्या 02 निवासी श्याम लाल महतो अपनी 21 वर्षीय पुत्री निशा की शादी तेघड़ा के सलेमपुर तीतो निवासी धर्मदेव महतो के पुत्र मिथुन महतो से हिंदू रीति रिवाज के तहत किया था। जिससे उसे दो पुत्री मानवी और जानवी हुआ।
अब महिला एक पुत्री जानवी के साथ अपने प्रेमी सलेमपुर तीतो निवासी अनिल महतो के पुत्र विकास कुमार के साथ समसा चौक स्थित भुवनेश्वर धाम मंदिर में शादी कर एक दूजे के हो गयी है।